Sunday, February 16, 2014

मातृ शक्ति कि जय 

आज के हिंदुस्तान टाइम्स में एक खबर छपी है। 

रांची के निकट एक पांच वर्ष कि बालिका के साथ एक 23 वर्षीय  पडोसी युवक ने बलात्कार किया और फिर उसकी चीख -पुकार से डर कर बच्ची को लहूलुहान स्थिति में छोड़कर भाग गया। 
इसी गम्भीर तरह से घायल स्थिति में बच्ची अपने घर पहुंची और सारे कुकर्म के बारे में  रोते-सिसकते हुए अपनी माँ को बताया ,सारे दुष्कर्म कि बात सुनकर माँ तो जैसे गुस्से से पागल ही हो गयी।  माँ ने बच्ची को इलाज के लिए उसके पिता  के हवाले कियाऔर खुद उस पडोसी लड़के कि खोज में निकल पड़ी। 
उस माँ ने अपनी बच्ची के साथ कुकर्म करने वाले नीच लड़के को ढूंढ निकाला और फिर उस  कुकर्मी लड़के को लोहे की छड से मार-मार कर जान से  ही मार डाला और फिर अपने आप को पुलिस के हवाले कर दिया। 
       " उस माँ का कहना था कि मेरे पड़ोस वाले लड़के
         ने मेरी बेटी का बलात्कार किया, इस पर मैंने 
         उसे जान से मार दिया। तो मैंने क्या गलत 
         किया ? "

 अब प्रश्न ये है कि क्या क़ानून अपने हाथ में लेकर उस माँ ने ठीक किया ?
मैं चाहता हूँ कि इस वीर औरत कि कहानी अधिक से अधिक लोग जानें। 
इसे एक और खबर समझ कर दर-किनार ना कर दें। 
आप सब कि राय का मुझे इंतज़ार रहेगा।

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